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Search Engine Kya Hai , Serch Engine ke Example | सर्च इंजन क्या है और यह कैसे काम करता है

Search Engine Kya Hai क्या आपको पता है सर्च इंजन क्या होता है और यह कैसे काम करता है इसके साथ मैं आपको कुछ और हिंदी में जानकारी देने वाला हूं

Search Engine Kya Hai , Serch Engine ke Example | सर्च इंजन क्या है और यह कैसे काम करता है

 

Search Engine Kya Hai क्या आपको पता है सर्च इंजन क्या होता है और यह कैसे काम करता है इसके साथ मैं आपको कुछ और हिंदी में जानकारी देने वाला हूं आज के इस लेख में बात करेंगे सर्च इंजन क्या है। आज का जमाना इंटरनेट का है और इंटरनेट के बिना कोई भी इनफॉरमेशन प्राप्त नहीं कर सकते हैं जब भी आपके मन में कोई सवाल आता है तो इस 21 सेंचुरी में कोई भी इंसान आसपास के लोगों से या उनके टीचर से नहीं पूछते हैं वह सीधा अपना मोबाइल निकलते हैं और जो भी उसके मन में सवाल आता है वह लिख देते हैं उसको सेकेंडों के अंदर में जवाब मिल जाता है।

जब भी दोस्त के बीच में कोई सवाल को लेकर एग्रीमेंट हो जाता है तो उसका जवाब भी इंटरनेट में मतलब कोई कर इंजन में जैसे गूगल  पर सर्च करते हैं। लेकिन हम 1990 की बात करें तो ऐसा कोई कॉन्सेप्ट नहीं था जहां पर आप कुछ सर्च करो और तुरंत मिल जाए उसे दौर में इंटरनेट भी नहीं था बता दे कि आजकल के लोगों के मन में हजारों सवाल आते हैं और हर कोई बोलता है कि इंटरनेट में ढूंढने पर मिल जाएगा यह युवा पीढ़ी इसे कहती है गूगल कर लो और यही बात सर्च इंजन है जिसकी आज हम हमारे इस रीडर को इस लेख के माध्यम से बताएंगे।

 

सर्च इंजन क्या है

 

Search Engine Kya Hai सर्च इंजन एक एसी सर्विस है जिसे हम इंटरनेट के माध्यम से एक्सेस करते हैं सर्च इंजन एक वेब बेस्ट टूल या सॉफ्टवेयर है जो इंटरनेट उपयोगकर्ताओं को www या वर्ल्ड वाइड वेब पर किसी भी जानकारी को प्राप्त करने में सहायता करता है सर्च इंजन ऐसे उपकरण है जो उपयोगकर्ताओं को इंटरनेट पर जानकारी खोजने की अनुमति देते हैं वह वेबसाइटों को स्क्रोल करने और अपने डेटाबेस के लिए सामग्री को अनुक्रमित करने के लिए एल्गोरिदम का उपयोग करते हैं सर्च इंजन परिणाम प्रासंगिकता और अन्य कारकों जैसे पेज रैंक मेटा टैग कीवर्ड और बहुत कुछ पर आधारित होते हैं सर्च इंजन का उपयोग करके उपयोगकर्ताओं कई वेबसाइटों को मैन्युअल रूप में ब्राउज़र किए बिना आवश्यक जानकारी को तुरंत ढूंढ सकते हैं।

सर्च इंजन पर कीवर्ड के माध्यम से यह भी की फ्रिज के आधार पर उपयोगकर्ता के सामने वेब परिणाम की एक सूची प्रदर्शित करता है कि वह होते हैं जिसकी विषय पर हम जानकारी लेना चाहते हैं और की फ्रिज उसे जानकारी से संबंधित पूरा सेंटेंस होता है यह गूगल गया बाकी के सभी इंजन को बेस्ट मैच रिजल्ट देखने में सहायता या सहायक होता है सर्च इंजन को हिंदी में खोज इंजन भी कहा जाता है वर्तमान सर्च इंजन इंटरनेट पर उपलब्ध सभी वेबसाइट को स्कैन और एनालाइज कर उसे वेबसाइट पर उपलब्ध पर यूजफुल डाटा को अपने सर्वर पर से रखते हैं सर्च इंजन के ऐसा करने की प्रक्रिया को वेबसाइट स्क्रोलिंग कहा जाता है।

 

सर्च इंजन के उदाहरण

 

Search Engine Kya Hai बता दे कि ऐसा देखा गया जाए तो दुनिया में बहुत सारे सर्च इंजन होते हैं पर यहां हम आपके लिए सबसे ज्यादा इस्तेमाल क्या जाने वाला लोकप्रिय सर्च इंजन लिस्ट प्रस्तुत कर रहे हैं।

Google

Bing

Yahoo

Ask.com

AOL.com

Baidu

Wolframalpha

DuckDuckGo

Internet Archive

Yandex.ru

 

सर्च इंजन कैसे काम करता है

 

Search Engine Kya Hai पहले से आपको इसके बता दिया गया है जो की सवाल टेक्स्ट शब्द और ब्राउज़र के सर्च इंजन में लिखा जाता है उनको कीवर्ड बोला जाता है अगर आप गूगल में व्हाट इस सर्च इंजन इन हिंदी लिखते हैं तो यह कीबोर्ड है। इस कीवर्ड को वर्ल्ड वाइड वेब ढूंढा जाता है जब यह कीबोर्ड कोई वेबसाइट के टाइटल या आर्टिकल के कंटेंट के साथ मैच होता है और टेक के साथ मैच होता है तो उसको सर्च रिजल्ट में शो करता है यह तो आम आदमी के लिए थोड़ा टेक्निकल समझते हैं।

search इंजन तीन स्टेप में काम करता है सबसे पहले क्राउलिंग इसके बाद इंडेक्सिंग इसके बाद रैंकिंग एंड एडिट ट्रैवल।

 

 

कॉलिंग क्या होता है

 

Search Engine Kya Hai बता दे की करौली मतलब ढूंढना होता है और अच्छे से प्ले एक वेबसाइट के सारे डेटा को अधिग्रहण करना या एक वेबसाइट की पूरी जानकारी को हासिल करना इस प्रक्रिया में वेबसाइट को स्कैन करना पेज का टाइटल क्या है कीबोर्ड की जानकारी कंटेंट में कितने कीबोर्ड है इमेज और कौन-कौन से पेज से लिंक है वेबसाइट के साथ लेकिन आजकल के मॉडल क्राउलर में शायद तक एक वेब पेज के पूरे  चेस को ही कॉपी कर लेते हैं इसके साथ-साथ पेज लेआउट कैसा है एडवर्टाइज कहां-कहां है लिंक कहां दिए गए हैं यह भी स्टोर होता है।

सर्च इंजन वेबसाइट का स्क्रोल कैसे करती है एक स्वयं चरित बोर्ड होते हैं जो हर नए और पुराने पेज को सर्च करता है जिसको डिस्कवरी बोला जाता है बोर्ड्स को स्पाइडर भी कहा बोलते हैं जो हर रोज क्रॉस पेज विजिट करते हैं लेकिन हमारे यह आप जैसे नहीं बहुत ही तेजी से रीड करते हैं।

गूगल के मुताबिक करीबन 1 सेकंड में 100 से 1000 पेज को विकसित करता है जब बोर्ड्स को कोई नया पेज मिलता है तो वह उसे पर बैक एंड प्रोसेसिंग को के लिए भेज देता है और फिर चेक करता है कि इस पेज के साथ कौन-कौन से पेज और लिंक है।

 

इंडेक्सिंग क्या है

 

Search Engine Kya Hai इंडेक्सिंग प्रक्रिया तब होता है जब क्रोन होने के बाद डाटा प्रोसेस करके इसे डेटाबेस में रख दिया जाता है चलिए इस मैं आपको एक बहुत ही आसान सा उदाहरण के द्वारा समझता हूं।

हम जो पढ़ाई करते हैं तो पूरे सिलेबस की पढ़ाई करते हैं चैप्टर के अनुसार पढ़ते हैं लेकिन परीक्षा में आंसर शीट में वही लिखते हैं जो पूछा जाता है ठीक उसी तरह क्राउलिंग के दौरान पूरी साइट को कॉल किया जाता है लेकिन क्यूरी के अनुसार ही यह पोस्ट को इंडेक्स करता है। वजह है कि सर्च इंजन ब्लॉक में लिखे गए इस टाइटल और मेटा डिस्क्रिप्शन को मॉडिफाई करके कभी-कभी रिजल्ट पेज में दिखता है। कोई जरूरी नहीं है कि ब्लॉक पोस्ट लिखते इस वक्त ब्लॉगर जो टाइटल और डिस्क्रिप्शन लिखते हैं वही सही है यह टारगेट कीवर्ड के लिए लिखा गया कम दिखा देता है लेकिन एक पोस्ट कई कीवर्ड को पर रैंक करता है और दूसरे कीवर्ड के लिए टाइटल और डिस्क्रिप्शन कुछ और भी हो सकता है।

 

रैंकिंग और Retrieval

 

Search Engine Kya Hai सर्च इंजन का यह वैसे आखिरी स्टेप है लेकिन यह आखिरी स्टेप ही बहुत ही ज्यादा कंपलेक्स है क्योंकि जब आप कुछ गूगल में सर्च करते हैं सबसे पहले सच का काम यह है कि जिसकी जानकारी को आप सर्च कर रहे हैं एग्जैक्ट वही इनफॉरमेशन आपको मिलता है लोगों का सर्च इंजन पर तभी भरोसा होता है जब भी यूजर प्रीवेंट कंटेंट ढूंढ निकाल कर दिखाती है इसके लिए गूगल कुछ एल्गोरिथम का इस्तेमाल करती है जो एल्गोरिथम कुछ परमानेंट के मुताबिक काम करते हैं जिनमें से कुछ है कंटेंट age, कंटेंट कीवर्ड , कंटेंट पेज टाइटल।

बैंकिंग के लिए गूगल के 200 फैक्टर है जिनके जरिए ही यह पता लगाया जाता है कि सर्च करने पर पेज गूगल होम के किस पोजीशन पर सर्च रिजल्ट दिखाना है। रैंक एल्गोरिथम को समझ पाना बड़ा मुश्किल है क्योंकि एक बिलियन वेब पेज में से किसको गूगल सर्च करके पहले पेज में शो करती है वैसे तो रैंकिंग फैक्टर को हैक करने के लिए बहुत सारे हैकर्स अपना दिमाग लगा रहे हैं पहले रैंकिंग का अंदाजा कितनी बार पोस्ट में कीवर्ड इस्तेमाल किया गया है और बैक लिंक कितनी है इन सबसे बड़ी आसानी से साइड को रैंक किया जाता था अब कुछ सवालों से गूगल रैंकिंग फैक्टर को ढूंढ निकालना बाद ही मुश्किल हो गया है हर साल गूगल पर एल्गोरिथम बदल रहा है क्योंकि गूगल उन साइट्स को पहले आने का मौका देता है जो सच में मेहनत कर रहे हैं कुछ इस तरह से इन स्टेप को सर्च इंजन काम करती है।

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